डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। उन्होंने भारत स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख भूमिक निभाई थी। मूल से बिहार से संबंध रखने वाले डॉ. राजेंद्र प्रसाद के व्यक्तित्व में कई उल्लेखनीय गुण थे। आइए उनके कुछ प्रमुख गुणों पर नज़र डालते हैं…
- सादगी : वे अत्यंत सरल जीवन जीते थे और भौतिक सुख-सुविधाओं से दूर रहते थे।
- विद्वता : उच्च शिक्षा प्राप्त होने के साथ-साथ वे कानून, इतिहास और संस्कृति के गहरे ज्ञाता थे।
- देशभक्ति : उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका निभाई और देश के लिए अपना सब कुछ समर्पित कर दिया।
- नैतिक मूल्य : वे ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और नैतिकता के लिए जाने जाते थे।
- समन्वयवादी दृष्टिकोण : वे विभिन्न विचारधाराओं और समूहों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में माहिर थे।
- विनम्रता : अपने उच्च पद के बावजूद, वे हमेशा विनम्र और सौम्य रहे।
- त्याग की भावना : उन्होंने व्यक्तिगत लाभ की परवाह किए बिना राष्ट्र की सेवा की।
- धार्मिक सहिष्णुता : वे सभी धर्मों का सम्मान करते थे और धार्मिक सद्भाव के पक्षधर थे।
- लेखन कौशल : वे एक प्रतिभाशाली लेखक थे और उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं।
इस प्रकार डॉ. राजेंद्र प्रसाद के ये गुण उनको एक असाधारण व्यक्तित्व बनाते थे।
Other answers
लेखक ने किस बात को खेद का विषय माना है? पाठ ‘बातचीत की कला’ के आधार पर उत्तर लिखिए।