मोहन ने पेट में ऐसे-ऐसे का बहाना बनाया क्योंकि उसे स्कूल नहीं जाना था तो उसने पेट दर्द का बहाना बनाया। लेकिन वह पेट दर्द को कोई नाम नहीं दे सका और ऐसे ऐसे कहता रहा।
मेरे जीवन में भी अक्सर कई बार बचपन में ऐसे मौके आए जब मुझे स्कूल नहीं जाने का मन करता था तो हम भी पेट दर्द का बहाना बना देते थे। मैंने कई बार सीधे तौर पर अपनी माँ को पेट में दर्द हो रहा है, कहकर स्कूल न जाने का बहाना बनाया था।
कभी-कभी मैं सर में दर्द होने का बहाना बनाती तो कभी-कभी दांत में दर्द होने का बहाना बनाती। कभी मैंने यह बहाना बनाया कि मुझे बुखार आ रहा है तो माँ तुरंत थर्मामीटर लेकर चेक करती थी और फिर बोलती कि बुखार तो नहीं लग रहा है तो मेरी बहाने की चोरी पकड़ी जाती थी।
माँ समझ जाती थी कि यह स्कूल न जाने के लिए बहाना बना रही है। अक्सर कई बहाने काम कर जाते थे और माँ मेरे बहानों के बहकावे में आ जाती थी और मैं स्कूल जाने से बच जाता थी। लेकिन कई बार बहाना बनाने की बात माँ को पता चल जाती थी और फिर स्कूल जाना पड़ता था। डांट भी खानी पड़ती थी और स्कूल भी जाना पड़ता था।