‘तस्मादेव’ का संधि विच्छेद इस प्रकार होगा…
तस्मादेव : तस्माद् + एव
संधि भेद : वृद्धि संधि
स्पष्टीकरण
इस शब्द में वृद्धि संधि है। वृद्धि संधि स्वर संधि का एक उपभेद है
स्वर संधि के उपभेद वृद्धि संधि के नियम के अनुसार जब प्रथम वर्म के ‘अ’ और अंतिम वर्ण ‘ए’ का मेल होता है तो ‘ए’ बनता है।
दिए गए शब्द ‘तस्मादेव’ में तस्माद् के ‘अ’ और एव के ‘ए’ का मेल होने से ‘ए’ संयोजन उत्पन्न हो रहा है।
स्वर संधि के पांच उपभेद होते हैं
- दीर्घ संधि
- गुण संधि
- वृद्धि संधि
- यण संधि
- अयादि संधि